Khatu Shyam Mandir: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का प्रमुख केंद्र है। खाटू श्याम जी को कलियुग का हारे का सहारा कहा जाता है, और हर दिन हजारों भक्त उनके दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बाबा श्याम के दरबार में कम से कम कितनी बार जाना चाहिए?
अगर आप खाटू श्याम जी से कोई मन्नत मांगते हैं या अपनी परेशानियों का समाधान चाहते हैं, तो ऐसा कहा जाता है कि कम से कम तीन बार खाटू श्याम जी के दर्शन करने चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बाबा श्याम को तीन बाण का धारी कहा जाता है और यह संख्या उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती है।

Khatu Shyam Mandir की विशेषताएं
- मंदिर के पट 24 घंटे खुले रहते हैं, जिससे भक्त कभी भी दर्शन कर सकते हैं।
- दिन में पांच बार आरती होती है, जिसमें सुबह, दोपहर, शाम और रात की विशेष आरतियां शामिल हैं।
- बाबा श्याम का प्रतिदिन विशेष श्रृंगार किया जाता है, जो भक्तों को आकर्षित करता है।
- मंदिर में आने वाला कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता, यह मान्यता भक्तों के विश्वास को और मजबूत बनाती है।
खाटू श्याम जी के दर्शन का सही तरीका
अगर आप बाबा श्याम के दर्शन करने जा रहे हैं और अपनी मन्नत को पूरा करने की इच्छा रखते हैं, तो तीन बार दर्शन करने की परंपरा को अपनाना शुभ माना जाता है।
- पहली बार दर्शन: जब आप बाबा के दरबार में पहली बार आते हैं, तो अपनी मनोकामना या परेशानी उनके चरणों में अर्पित करें।
- दूसरी बार दर्शन: इस बार बाबा से अपनी विनती करें और उनसे समाधान के लिए प्रार्थना करें।
- तीसरी बार दर्शन: यह वह समय होता है जब आप बाबा से भक्त और भगवान के रूप में आत्मीय संवाद कर सकते हैं। इसे ज्योतिषीय दृष्टि से भी शुभ माना जाता है।
Khatu Shyam Mandir में आरती के समय
अगर आप खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं, तो आरती के समय वहां मौजूद रहने से आपकी भक्ति और भी फलदायी मानी जाती है। मंदिर में दिन में 5 बार आरती होती है, जो इस प्रकार है:
- मंगला आरती: सुबह 4:30 बजे
- श्रृंगार आरती: सुबह 7:00 बजे
- भोग आरती: दोपहर 12:15 बजे
- संध्या आरती: शाम 6:30 बजे
- शयन आरती: रात 10:00 बजे

Khatu Shyam Mandir जाने का सबसे शुभ समय
अगर आप खाटू श्याम के दर्शन करना चाहते हैं, तो फाल्गुन मास में आने वाले वार्षिक मेले का समय सबसे उत्तम माना जाता है। इसके अलावा, एकादशी, पूर्णिमा, और विशेष तिथियों पर यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
निष्कर्ष
अगर आप बाबा खाटू श्याम जी के भक्त हैं और उनकी कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो तीन बार दर्शन की परंपरा को अपनाना आपके लिए लाभकारी हो सकता है। मंदिर में रोजाना पांच बार आरती होती है और भक्तों की भीड़ हर समय लगी रहती है। बाबा श्याम के दरबार में आकर कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता, यही वजह है कि उन्हें “हारे का सहारा” कहा जाता है।
अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं, तो खाटू श्याम जी के दर्शन जरूर करें और उनकी कृपा का अनुभव करें।