राजस्थान के सीकर जिले में स्थित Khatu Shyam Ji मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। हर साल लाखों भक्त बाबा श्याम के दर्शन के लिए यहां आते हैं, खासकर फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को आयोजित लक्खी मेले में। अमरावती और उसके आसपास के क्षेत्रों से हजारों भक्त हर साल खाटू श्याम के दर्शन के लिए जाते हैं, लेकिन सीधी ट्रेन सेवा न होने के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण अमरावती से खाटू श्याम के लिए सीधी ट्रेन की मांग तेज हो गई है।
अमरावती से Khatu Shyam Ji की यात्रा में आने वाली परेशानियां
Khatu Shyam Ji यात्रा मार्ग और समस्याएं
वर्तमान में अमरावती से खाटू श्याम (सीकर) जाने के लिए कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है। यात्रियों को नागपुर, जयपुर या दिल्ली के माध्यम से ट्रेन बदलकर यात्रा करनी पड़ती है। इससे न केवल समय अधिक लगता है, बल्कि श्रद्धालुओं को थकान और असुविधा भी होती है।
मुख्य परेशानियां
- लंबी यात्रा: ट्रेन बदलने में अतिरिक्त समय लगता है।
- अतिरिक्त खर्च: बस, टैक्सी और अन्य परिवहन सेवाओं पर अधिक खर्च करना पड़ता है।
- सीट की उपलब्धता: खासकर फाल्गुन मेले के दौरान ट्रेनों में भारी भीड़ होती है।
- वरिष्ठ नागरिकों की कठिनाई: बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए सफर मुश्किल हो जाता है।

Khatu Shyam Ji का प्रसिद्ध फाल्गुन लक्खी मेला
हर साल फाल्गुन मास में आयोजित होने वाला खाटू श्याम जी का लक्खी मेला इस वर्ष 28 फरवरी 2025 से प्रारंभ होगा और 11 मार्च 2025 तक चलेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए खाटू नगरी पहुंचेंगे।
लक्खी मेले की मुख्य तिथियां (2025)
तिथि | घटना / विशेष आयोजन |
---|---|
28 फरवरी 2025 | मेले का शुभारंभ |
7 मार्च 2025 | खाटू श्याम जी की विशाल शोभायात्रा |
10 मार्च 2025 | बाबा श्याम का विशेष अभिषेक एवं भजन संध्या |
11 मार्च 2025 | मेले का समापन एवं हवन-पूजन |
Khatu Shyam Ji मेले में होने वाले प्रमुख आयोजन
✅ निशान यात्रा: भक्त बाबा श्याम के झंडे लेकर मंदिर पहुंचते हैं।
✅ अखंड कीर्तन: पूरे मेले के दौरान बाबा श्याम के भजन गाए जाते हैं।
✅ विशाल भंडारे: श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क प्रसाद और भोजन की व्यवस्था होती है।
✅ सजावट और रोशनी: पूरा मंदिर फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है।
अमरावती से सीधी ट्रेन की मांग क्यों बढ़ रही है?
- हर साल हजारों श्रद्धालु अमरावती से खाटू श्याम जाते हैं।
- सीधी ट्रेन न होने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
- फाल्गुन मेले के समय भीड़ अधिक होने से ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।
- नागपुर या जयपुर होकर जाने में समय और खर्च दोनों अधिक होते हैं।
प्रस्तावित ट्रेन मार्ग
स्टेशन का नाम | संभावित ठहराव |
अमरावती | प्रस्थान स्टेशन |
बडनेरा | ठहराव |
नागपुर | ठहराव |
भोपाल | ठहराव |
कोटा | ठहराव |
जयपुर | ठहराव |
रींगस | ठहराव (खाटू श्याम के पास) |
सीकर (गंतव्य) | अंतिम स्टेशन |
श्रद्धालुओं की अपील और रेलवे प्रशासन का रुख
- स्थानीय भक्तों और धार्मिक संगठनों ने रेलवे मंत्री और सांसदों को पत्र लिखकर ट्रेन की मांग की है।
- रेलवे प्रशासन ने कहा है कि वे मांग पर विचार कर रहे हैं और फाल्गुन मेले के दौरान विशेष ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया गया है।
- अगर नियमित ट्रेन सेवा शुरू होती है, तो अमरावती और विदर्भ के हजारों भक्तों को लाभ मिलेगा।
संभावित ट्रेन समय सारणी (यदि स्वीकृति मिलती है)
ट्रेन संख्या | स्टेशन | प्रस्थान समय | आगमन समय |
12345 | अमरावती | रात 8:00 बजे | – |
12345 | नागपुर | रात 10:30 बजे | रात 10:45 बजे |
12345 | भोपाल | सुबह 4:00 बजे | सुबह 4:15 बजे |
12345 | कोटा | सुबह 9:30 बजे | सुबह 9:45 बजे |
12345 | जयपुर | दोपहर 2:00 बजे | दोपहर 2:15 बजे |
12345 | रींगस | शाम 4:00 बजे | शाम 4:15 बजे |
12345 | सीकर | शाम 5:00 बजे | – |
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निष्कर्ष
अमरावती से Khatu Shyam Ji के लिए सीधी ट्रेन की मांग श्रद्धालुओं की जरूरत बन चुकी है। रेलवे प्रशासन को जल्द से जल्द इस पर निर्णय लेना चाहिए ताकि भक्तों को सुगम यात्रा का लाभ मिल सके। अगर यह ट्रेन सेवा शुरू होती है, तो विदर्भ और मध्य भारत के हजारों भक्तों को बाबा श्याम के दर्शन करने में बड़ी सुविधा होगी।
🚆🙏 जय श्री श्याम!